'मिशन मोड' पर पुलिस कप्तान ! जिला को नशा मुक्त करने का उठाया है बीड़ा
Dabwalinews.com
युवा आईपीएस डा. अर्पित जैन ने सिरसा जिला को नशा मुक्त करने का बीड़ा उठाया हुआ है। उन्होंने इस कार्य को अपना मिशन बना लिया है, जिसकी वजह से जिला में इसके सकारात्मक परिणाम भी देखने को मिल रहे है।
उनके कुशल दिशा-निर्देशन में पुलिस टीम द्वारा नशा तस्करों को उनके बिलों से खोजकर सलाखों के पीछे भेज रही है। जिस प्रकार से जिला के तमाम पुलिस अधिकारी लोगों से सीधा संवाद कायम कर रहे है और लोगों के बीच पहुंच रहे है, ऐसा पहली बार ही देखने को मिला है। थाना में ही अकसर पंचायतें हुआ करती थी, लेकिन अब पुलिस अधिकारी गांव में चौपालों पर जाकर, स्कूलों में जाकर ग्रामीणों से, छात्रों से सीधा संवाद कायम कर रहे है। पुलिस कप्तान डा. अर्पित जैन अपनी अलग कार्यशैली के लिए विख्यात है। जिला में लॉ एंड आर्डर को बनाए रखने की अपनी जिम्मेवारी के साथ ही नशे के खात्मे की सामाजिक जिम्मेवारी का भी बखूबी निर्वहन कर रहे है। डा. जैन ने किसान आंदोलन का मामला हो या ऐलनाबाद उपचुनाव का मामला, दोनों ही परिस्थितियों में कुशलता का प्रदर्शन किया। उन्होंने हर मोर्चे पर स्वयं अगुवाई की और असामाजिक तत्वों को हावी नहीं होने दिया। उन्होंने न केवल असामाजिक तत्वों को चुनौती दी, बल्कि मातहत जवानों की भी हौंसला अफजाई की। पुलिस कप्तान डा. अर्पित जैन ने अपनी कार्यशैली से अपराधियों को स्पष्ट संदेश दिया कि सिरसा जिला उनके लिए सुरक्षित नहीं रहा। जहां भी वे दुबके होंगे, वहां से खोजकर उन्हें सलाखों के पीछे भेजा जाएगा। उन्होंने सूचना तंत्र को मजबूत किया। पुलिस व पब्लिक के बीच तालमेल को विश्वसनीय बनाया, परिणाम स्वरूप पुलिस तक उन अपराधियों की सूचनाएं भी पहुंची, जिनकी जानकारी देने में लोग हिचकते थे। पुलिस के प्रति लोगों के बढ़े विश्वास का ही परिणाम है कि चुटकीभर मात्रा की हेरोइन तस्करी करने वालों की भी सूचना पुलिस तक पहुंच रही है और पुलिस द्वारा उन्हें सलाखों के पीछे भेजा जा रहा है। लंबे अरसे बाद सिरसा जिला का मनोबल बढ़ा है। विभाग में ईमानदार अधिकारियों को शाबासी और भ्रष्ट को फटकार लगाने में देर नहीं की जा रही। डा. अर्पित जैन की अगुवाई में जिला पुलिस की सफलता का ग्राफ दिनों दिन बढ़ रहा है।
जागरूक करने का चलाया अभियान
जिला पुलिस ने डा. अर्पित जैन की अगुवाई में इस बार पूरे जिला में लोगों को जागरूक करने का जोरदार अभियान चलाया है। इस अभियान की वजह से घर-घर तक संदेश पहुंचा है। लोगों को सीधी सूचना देने के लिए नंबर मुहैया करवाए गए है ताकि वे अपराधियों की सूचना सीधी दे पाएं। पुलिस अधिकारी गांव-गांव में जाकर चौपालों पर ग्रामीणों को जागरूक कर रहे है। स्कूलों में जाकर छात्र-छात्राओं को नशे के साथ-साथ साइबर क्राइम के बारे में भी अवगत करवा रहे है। लोगों को पुलिस द्वारा प्रदान की जा रही सेवाओं डायल-112 अथवा महिला हेल्प लाइन व अन्य सेवाओं से भी अवगत करवाया जा रहा है। महिला सुरक्षा के लिए 'दुर्गा शक्तिÓ एप डाऊनलोड करने के लिए भी प्रेरित किया जा रहा है।
हीरो' की भांति चमक रहे 'सितारें'!
पुलिस अधीक्षक डा. अर्पित जैन द्वारा जिम्मेवारी सौंपे जाने पर जिला के उन पुलिस अधिकारियों की प्रतिभा भी निखर कर सामने आने लगी है, जोकि अबतक दिखाई नहीं पड़ रही थी। पुलिस कप्तान द्वारा चलाई जा रही मुहिम में इंस्पेक्टर मंजु सिंह(पुलिस वेलफेयर), इंस्पेक्टर सीमा सोढ़ी (महिला थाना प्रभारी सिरसा), सब इंस्पेक्टर सुनीता रानी(सदर सिरसा थाना प्रभारी), इंस्पेक्टर बहादुर सिंह (ट्रेफिक थाना प्रभारी), एएसआई सुरेंद्र कुमार (इंचार्ज साइबर क्राइम) एसआई दाताराम ( प्रभारी नारकोटिक्स सैल), इंस्पेक्टर प्रदीप कुमार(प्रभारी, सीआईए सिरसा), सब इंस्पेटर रामनिवास (सिविल लाइन थाना प्रभारी), इंस्पेक्टर अमित बैनीवाल (कालांवाली थाना प्रभारी), सब इंस्पेक्टर राजपाल (प्रभारी सीआईए कालांवाली, सब इंस्पेक्टर सत्यवान (प्रभारी चौपटा थाना प्रभारी), सब इंस्पेक्टर देवीलाल (सदर डबवाली प्रभारी), सब इंस्पेक्टर साधुराम (प्रभारी रानियां थाना) व अन्य का काम निखरकर सामने आया है। इन पुलिस अधिकारियों द्वारा न केवल अपनी ड्यूटी का निर्वहन किया जा रहा है, बल्कि आमजन से सीधा संवाद कायम करके पुलिस-पब्लिक के रिश्तों को भी मजबूत करने का काम किया गया है।
No comments:
Post a Comment