पुलिस ने सुलझाई डबवाली लूट की गुत्थी,10 लाख 50 हजार रुपये की नगदी सहित चार आरोपी दबोचे,वारदात में प्रयुक्त दो बाइक भी किए बरामद
Dabwalinews.com
डबवाली की कालोनी रोड पर मंगलवार को दिनदहाड़े 11 लाख रुपये से अधिक की लूट की वारदात को अंजाम देने वालों को जिला पुलिस ने चंद घंटों में ही धर दबोचा।
पुलिस ने लूट की वारदात को अंजाम देने वाले चार आरोपियों को काबू किया है। पुलिस ने उनके कब्जे से साढ़े 10 लाख रुपये की नगदी बरामद की है, जबकि वारदात में प्रयुक्त दो मोटरसाइकिल भी जब्त किए है। वारदात में शामिल एक आरोपी पर हत्या का मामला दर्ज है, जबकि अन्य का आपराधिक रिकार्ड खंगाला जा रहा है।पुलिस अधीक्षक डॉ.अर्पित जैन ने बताया कि पकड़े गए युवकों की पहचान मेजर राम पुत्र प्यारा राम, जगसीर सिंह पुत्र बलवीर सिंह निवासियान पथराला जिला बठिंडा तथा मनप्रीत सिंह उर्फ नील पुत्र हरजिंदर सिंह व सुखप्रीत उर्फ सुखी पुत्र हरभजन सिंह निवासियान फतेहगढ़ नोबाद जिला बठिंडा के रूप में हुई। उन्होंने ने बताया कि इस घटना के संबंध में रेडियंट कंपनी के कर्मचारी मुकेश पुत्र विनोद कुमार निवासी मंडी किलियांवाली कीशिकायत पर थाना शहर डबवाली में विभिन्न अपराधिक धाराओं के तहत अभियाग दर्ज कर जांच शुरु की गई थी। उन्होंने बताया कि पकड़े गए आरोपियों की निशानदेही पर लूटी गई 10 लाख 50 हजार रुपए की राशि, वारदात में प्रयुक्त दो मोटरसाइकिल तथा एक लोहे की राड बरामद कर ली गई है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि रेडियंट कंपनी का रिलायंस, इस्टा कार्ड, ई-काम तथा कई बीमा कंपनियों से कैश एकत्रित कर जमा करवाने का अनुबंध है।
क्या था मामला
मंगलवार दोपहर रेडियंट कंपनी के कर्मचारी मुकेश पुत्र विनोद कुमार निवासी मंडी किलियांवाली ने पुलिस में लूट की शिकायत की थी। बताया कि जैसे ही वह मंडी डबवाली के कॉलोनी रोड पर स्थित केनरा बैंक में पैसे जमा करवाने के लिए जा रहा था तो रास्ते में मोटरसाइकिल सवार युवकों ने लोहे की राड से उस पर हमला करके उससे करीब 11 लाख 43 हजार 24 रुपए की राशि लूट ली और फरार हो गए।
एसपी ने गठित की विशेष टीमें
दिनदहाड़े लूट की इस वारदात की सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक डॉ.अर्पित जैन स्वयं मौका मुआयना करने पंहुचे और घटना स्थल का जायजा लिया। उन्होंने वारदात की गुत्थी को शीघ्र अति शीघ्र सुलझाने के लिए डबवाली के डीएसपी कुलदीप सिंह के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया, जिसमें शहर डबवाली, सीआईए डबवाली, सीआईए सिरसा तथा सदर डबवाली की पुलिस टीमों को शामिल किया गया। सभी टीमों ने विभिन्न एंगल से मामले की जांच शुरू की।
सब इंस्पेक्टर सत्यवान की टीम होगी सम्मानित
11 लाख रुपये से अधिक की लूट की गुत्थी को चंद घंटों में ही सुलझाने के मामले में शहर डबवाली थाना प्रभारी उप निरीक्षक सत्यवान की टीम को पुलिस अधीक्षक द्वारा सम्मानित किया जाएगा। बुधवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए स्वयं पुलिस अधीक्षक डा. अर्पित जैन ने बताया कि इस गुत्थी को डबवाली थाना शहर प्रभारी सब इंस्पेक्टर सत्यवान की टीम ने सुलझाने में सफलता हासिल की। उनकी टीम ने महत्वपूर्ण सुराग जुटाते हुए घटना के चारों आरोपियों को पंजाब क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया।
पहले रेकी, फिर बोला हमला
लूट की वारदात को अंजाम देने से पहले आरोपियों ने कंपनी के कर्मचारी की रेकी की। उन्हें मालूम था कि रेडियंट कंपनी के कर्मचारी कैश का लेन-देन करते है। ऐसे में उन्होंने पहले मुकेश के कार्य की पड़ताल की, इसके बाद वारदात को अंजाम दिया। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मामले में आरोपी जगसीर सिंह निवासी पथराला ने वारदात से पहले रेडियंट कंपनी के कर्मचारी की गतिविधियों की रेकी की थी तथा मेजर राम, मनप्रीत व सुखप्रीत ने लूट की इस वारदात को अंजाम दिया था। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपी मेजर राम निवासी पथराला के खिलाफ बीती 2 मई 2011 को पंजाब के थाना संगत में हत्या का अभियोग दर्ज है, जबकि बाकी आरोपियों का आपराधिक रिकार्ड खंगाला जा रहा है। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार किए गए चारों आरोपियों को अदालत में पेश कर रिमांड हासिल किया जाएगा और रिमांड अवधि के दौरान अन्य आपराधिक वारदातों तथा उनके अन्य साथियों के बारे में खुलासा होने की संभावना से भी इंकार नही किया जा सकता।
नेतृत्व को सेल्यूट
सिरसा जिला में लूट की वारदात को अंजाम देकर लॉ एंड आर्डर की स्थिति को खुलेआम चुनौती दी गई थी लेकिन असामाजिक तत्वों की यह ललकार अधिक देर तक टिक नहीं सकीं और चंद घंटों में ही अपराधी पुलिस द्वारा दबोचकर सलाखों के पीछे पहुंचा दिए गए। जिसका श्रेय पुलिस अधीक्षक डा. अर्पित जैन व उनकी टीम को जाता है। पुलिस अधीक्षक ने ड्यूटी के प्रति समर्पित पुलिस अधिकारियों को अहम जिम्मेवारी सौंपी हुई है। उनके द्वारा अपने मातहत अधिकारियों पर जो विश्वास जताया गया है, उसी विश्वास को उनके मातहत अधिकारी बनाए रखने के लिए जोर लगा देते है। पुलिस अधीक्षक के कुशल नेतृत्व तथा पुलिस-पब्लिक के बीच बनाए गए तालमेल की वजह से पुुलिस को अपराधियों के बारे में सटीक सूचना प्राप्त होती है। लोग बेखौफ होकर असामाजिक तत्वों की सूचना देते है, जिसके कारण वे धर दबोचे जाते है। पुलिस अधीक्षक डा. अर्पित जैन ने एक बार फिर अपने प्रशासनिक कौशल का प्रदर्शन किया है।
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