ध्रुवीकरण व विभाजन की राजनीति का जवाब है भारत जोड़ो यात्रा:अमित सिहाग
जकार्ता में आयोजित सम्मेलन में विधायक अमित सिहाग के संबोधन ने छोड़ी अमिट छाप
Dabwalinews.com

इंडोनेशिया के जकार्ता में आयोजित सोकडेम एशिया प्रगतिशील गठबंधन सम्मेलन 2022 में भारत व कांग्रेस पार्टी की तरफ से नुमाइंदगी कर रहे हल्का डबवाली के विधायक अमित सिहाग के संबोधन ने सम्मेलन में अमिट छाप छोड़ी। इस सम्मेलन में 13 देशों के नुमाइंदे पहचान की राजनीति व विभिन्नता में एकता के विषय पर चर्चा कर रहे हैं।विधायक ने अपने संबोधन में कहा कि भारत एक ऐसा देश है जिसमें 35 भाषाएं बोली जाती हैं,18 उनमें से राज भाषाएं हैं तथा 22000 बोलियां भारत में बोली जाती हैं। उन्होंने कहा कि भारत में विभिन्न जातियों के लोग बसते हैं जिनका रहन-सहन,खान पान, भाषा, संस्कृति विभिन्न है, लेकिन उनकी विभिन्नता में भी एकता है कि वो खुद को भारतीय कहलवाना पसंद करते हैं और देश की प्रगति के लिए अग्रसर रहते हैं।उन्होंने कहा कि यही कारण है कि हमारा भारत दशकों से प्रगति कर रहा है।
सिहाग ने कहा कि एक तरफ जहां बड़ी संख्या में भारत में इंजीनियर, डॉक्टर,साइंटिस्ट आदि है तो वहीं 30 प्रतिशत लोग खेती पर निर्भर हैं। उन्होंने कहा कि जब 1971 में बांग्ला देश को आजाद करवाया गया तो हमारी फौज के हर मोर्चे पर अलग-अलग धर्मों के कमांडर तैनात थे। इसके साथ ही भारत ने पाकिस्तान की विचारधारा को नकारते हुए धर्मनिरपेक्ष संविधान को चुना जो हमारी विभिन्नता में एकता को दर्शाता है और यहां सभी धर्मों को सम्मान दर्जा दिया जाता है।
अमित सिहाग ने कहा कि अगर हम किसी पैमाने पर बात करें तो हम अपने आप को अल्पसंख्यक ही पाएंगे। उन्होंने कहा कि भारत देश में केरल का ब्राह्मण और बिहार का यादव भले ही धर्म उनका एक है जाति एक है, लेकिन उनके रहन-सहन खान-पान वेशभूषा आदि से वह एक दूसरे से भिन्न है वही उनका अपने राज्यों में मुस्लिम और क्रिश्चियन जाति के लोगों के साथ खान-पान और रहन-सहन मिलता होगा, जिससे साबित होता है कि भारत में विभिन्नता में एकता है और यही भारत की विशेषता है।
सिहाग ने कहा कि भारतीय कौन है? इसकी व्याख्या कुछ राजनीतिक पार्टियां अपने ढंग से करने का प्रयास कर रही हैं जो कि चिंताजनक है। उन्होंने कहा कि भ्रामक प्रचार करके केवल वोट के लिए दो समुदायों के बीच में खटास पैदा करने का प्रयास किया जा रहा है जिसको रोकने के लिए कांग्रेस पार्टी लगातार प्रयासरत है। उन्होंने आंकड़ों का हवाला देते हुए बताया कि आस्ट्रेलिया की एक एजेंसी ने जारी की एक रिपोर्ट में कहा था कि वर्ष 2017 में हिंसा के कारण देश पर जो आर्थिक बोझ आया वो हमारी जीडीपी का तकरीबन 9% था।उन्होंने कहा कि इस प्रकार की राजनीति को रोकना अत्यंत ही आवश्यक है जिससे हिंसा पैदा होती हो।
विधायक ने कहा कि भारत में प्रजातंत्र है, जिसके चलते हमारे देश में संविधान में लिखे गए नियमों पर चला जाता है। लेकिन आज कुछ राजनीतिक ताकतें भारत ही नहीं पूरे विश्व में ध्रुवीकरण और विभाजन की राजनीति कर रही हैं जिसके गंभीर नतीजे हो सकते हैं उन्होंने कहा कि इस ध्रुवीकरण की राजनीति को खत्म करने के लिए भारत में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा कर रहे हैं जो कि तकरीबन 6 माह में 3500 किलोमीटर का सफर तय करेगी और सब में समानता और एकता का संदेश देगी। सिहाग ने कहा कि इस प्रकार के सम्मेलन के आयोजन से हम सबको पहचान की राजनीति और भ्रामक राजनीति पर रोक लगाने का सामूहिक प्रयास करने का रास्ता मिलेगा, ताकि प्रजातंत्र को खतरा ना हो और आपसी भाईचारा कायम रहे।
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