राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय मसीतां में गणित मेले का आयोजन किया गया
डबवाली=राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय मसीतां में श्रीनिवास रामानुजन की याद में वीरवार को राष्ट्रीय गणित दिवस के अवसर पर गणित मेले का आयोजन किया गया ।
इसमें विद्यालय के बच्चों ने गणित के 32 मॉडल्स का प्रदर्शन किया । सभी मॉडल गणित के बेसिक कांसेप्ट क्षेत्रफल, फंक्शन, प्रायिकता, पायथागोरस प्रमेय, त्रिकोणमिति, आयतन, 3डी एनीमेशन, त्रिभुज, चतुर्भुज, वृत की प्रमेय, समांतर रेखायें पर आधारित थे। विद्यालय प्रांगण में आयोजित इस गणित मेले में पंजाब नेशनल बैंक के रिटायर्ड पूर्व एजीएम परमजीत कोचर मुख्य अतिथि के रूप में तथा दीपक मोंगा व दीपक बंसल विषय विशेषज्ञ के रूप में पधारे।
इस मौके पर संबोधन में परमजीत कोचर ने कहा कि गणित भी अन्य विषयों कीP भांति आसानी से सीख सकते हैं। गणित पर ही पूरी टेक्नोलॉजी आधारित है, इसलिए गणित से दूरी नहीं बनानी चाहिए। यदि हम गणितीय ज्ञान में पीछे हैं तो दुनिया का मुकाबला नहीं कर सकते। विद्यालय प्रिंसिपल दिलबाग सिंह विर्क ने कहा की विद्यालय समय-समय पर विद्यार्थियों के लिए बहुत सारी सांस्कृतिक खेलकूद व शिक्षा से संबंधित गतिविधियां विद्यालय में बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए करता रहता है और इस बार भी बच्चों ने संस्कृति, कला व खेल के क्षेत्र में भी राज्य स्तर तक बच्चों ने भाग लिया और विद्यालय, अभिभावकों व गांव का नाम रोशन किया। इस मौके पर गांव के सरपंच जगसीर सिंह, गणित प्रवक्ता दीपक बंसल, दीपक मोंगा, बलजीत सिंह मसीतां, नरेश गोठवाल आदि ने अपने संबोधन में स्टाफ व बच्चों के बेहतरीन प्रयास की प्रशंसा की।
गणित मेले के प्रभारी प्रवक्ता सोनू बजाज ने बताया कि 22 दिसंबर 1887 को श्रीनिवास रामानुजन का जन्म तमिलनाडु में हुआ। उनका जीवन केवल 33 वर्ष का था और इन 33 वर्षों में उन्होंने गणित के लिए नए आयाम स्थापित किए । उन्होंने 3800 प्रमेयों का संकलन किया जो गणित के लिए नया वरदान साबित हो रही हैं । इसलिए उनके जन्म दिवस को राष्ट्रीय गणित दिवस के रूप में मनाया जाता है और पूरे भारतवर्ष में उनकी याद में ऐसे मेलों का आयोजन किया जाता है। गणित को हम जितना कठिन समझते हैं उतना है नहीं। गणित को आनंदमयी बना कर उसे सहजीकरण के माध्यम से बच्चों का बौद्धिक विकास करने की कला इस तरह के आयोजनों से विकसित होती है। छात्रा खुशदीप कौर ने भी श्रीनिवास रामानुजन के जीवन पर प्रकाश डाला। मंच संचालन भौतिकी प्रवक्ता प्रिया शर्मा ने किया। इस अवसर पर स्टाफ सदस्य सतपाल सिंह, राजेंद्र कुमार, मनीषा सिहाग, ममता रानी, दिनेश मोंगा, पूनम मेहता, ज्योति बाला, राजरानी, सरोज, लवलीन नागपाल , गुरदास सिंह, विजय सिंह व अन्य विद्यालय स्टाफ मौजूद था।
इसमें विद्यालय के बच्चों ने गणित के 32 मॉडल्स का प्रदर्शन किया । सभी मॉडल गणित के बेसिक कांसेप्ट क्षेत्रफल, फंक्शन, प्रायिकता, पायथागोरस प्रमेय, त्रिकोणमिति, आयतन, 3डी एनीमेशन, त्रिभुज, चतुर्भुज, वृत की प्रमेय, समांतर रेखायें पर आधारित थे। विद्यालय प्रांगण में आयोजित इस गणित मेले में पंजाब नेशनल बैंक के रिटायर्ड पूर्व एजीएम परमजीत कोचर मुख्य अतिथि के रूप में तथा दीपक मोंगा व दीपक बंसल विषय विशेषज्ञ के रूप में पधारे।
इस मौके पर संबोधन में परमजीत कोचर ने कहा कि गणित भी अन्य विषयों कीP भांति आसानी से सीख सकते हैं। गणित पर ही पूरी टेक्नोलॉजी आधारित है, इसलिए गणित से दूरी नहीं बनानी चाहिए। यदि हम गणितीय ज्ञान में पीछे हैं तो दुनिया का मुकाबला नहीं कर सकते। विद्यालय प्रिंसिपल दिलबाग सिंह विर्क ने कहा की विद्यालय समय-समय पर विद्यार्थियों के लिए बहुत सारी सांस्कृतिक खेलकूद व शिक्षा से संबंधित गतिविधियां विद्यालय में बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए करता रहता है और इस बार भी बच्चों ने संस्कृति, कला व खेल के क्षेत्र में भी राज्य स्तर तक बच्चों ने भाग लिया और विद्यालय, अभिभावकों व गांव का नाम रोशन किया। इस मौके पर गांव के सरपंच जगसीर सिंह, गणित प्रवक्ता दीपक बंसल, दीपक मोंगा, बलजीत सिंह मसीतां, नरेश गोठवाल आदि ने अपने संबोधन में स्टाफ व बच्चों के बेहतरीन प्रयास की प्रशंसा की।
गणित मेले के प्रभारी प्रवक्ता सोनू बजाज ने बताया कि 22 दिसंबर 1887 को श्रीनिवास रामानुजन का जन्म तमिलनाडु में हुआ। उनका जीवन केवल 33 वर्ष का था और इन 33 वर्षों में उन्होंने गणित के लिए नए आयाम स्थापित किए । उन्होंने 3800 प्रमेयों का संकलन किया जो गणित के लिए नया वरदान साबित हो रही हैं । इसलिए उनके जन्म दिवस को राष्ट्रीय गणित दिवस के रूप में मनाया जाता है और पूरे भारतवर्ष में उनकी याद में ऐसे मेलों का आयोजन किया जाता है। गणित को हम जितना कठिन समझते हैं उतना है नहीं। गणित को आनंदमयी बना कर उसे सहजीकरण के माध्यम से बच्चों का बौद्धिक विकास करने की कला इस तरह के आयोजनों से विकसित होती है। छात्रा खुशदीप कौर ने भी श्रीनिवास रामानुजन के जीवन पर प्रकाश डाला। मंच संचालन भौतिकी प्रवक्ता प्रिया शर्मा ने किया। इस अवसर पर स्टाफ सदस्य सतपाल सिंह, राजेंद्र कुमार, मनीषा सिहाग, ममता रानी, दिनेश मोंगा, पूनम मेहता, ज्योति बाला, राजरानी, सरोज, लवलीन नागपाल , गुरदास सिंह, विजय सिंह व अन्य विद्यालय स्टाफ मौजूद था।
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