अगर सरकार की नीयत ठीक हो तो पेट्रोलियम पदार्थों के रेट हो सकते हैं कम: अमित सिहाग
Dabwali News
वरिष्ठ कांग्रेस नेता डॉ केवी सिंह व हलका डबवाली के विधायक अमित सिहाग ने हाथ से हाथ जोड़ो यात्रा को आगे बढ़ाते हुए गांव पन्नीवाला मोरिका, फुल्लो,चट्ठा,तिगड़ी,नौरंग,पिपली,टप्पी,पाना,पन्नीवाला रुलदु,नीलांवाली आदि गांवों में जाकर जनसंवाद किया व मौजूदा सरकार की लोक विरोधी नीतियों से आमजन को अवगत करवाया।
जनसंवाद के दौरान विधायक अमित सिहाग ने कहा कि सरकार की नीयत ठीक हो तो पेट्रोलियम पदार्थों के रेटों में कमी की जा सकती है। उन्होंने कहा कि पिछले कई दिनों से क्रूड आयल की कीमतें 35 प्रतिशत तक कम हो गई है और और तेल की मुख्य तीनों कंपनियों द्वारा वित्तीय वर्ष 2023-24 में एक लाख करोड रुपए मुनाफा कमाने का अनुमान है।
विधायक ने कहा कि जहां तेल कंपनियों ने वित्तीय वर्ष 2019-20 में 6215 करोड़ रुपए की कमाई की, वहीं वित्तीय वर्ष 2023-24 में उनका मुनाफा 16 गुना बढ़कर एक लाख करोड़ रुपए होने जा रहा है। उन्होंने कहा कि कंपनियों को प्रति लीटर 10 रुपए कमाई हो रही है और अगर सरकार चाहे तो वह कंपनियों का मुनाफा घटा कर आमजन को राहत पहुंचा सकती है। सिहाग ने कहा कि सब्जियों की कीमत 34 फ़ीसदी बढ़ी है, टमाटर के दाम 165 फीसदी बढ़े हैं और खुदरा महंगाई भी बढ़ रही है,ऐसे में अगर सरकार डीजल के दाम कम कर दे तो ट्रांसपोर्ट के खर्चे में कमी आएगी और महंगाई पर कुछ हद तक नियंत्रण किया जा सकता है।
अमित सिहाग ने कहा कि कांग्रेस राज में जहां गैस सिलेंडर की कीमत 410 रुपए थी, वह आज बढ़कर करीब 1200 रुपए हो गई है, दालों और अनाज की कीमत दिन प्रतिदिन बढ़ रही है, लेकिन इसके विपरीत प्रधानमंत्री भाषणों में अपनी पीठ थपथपाते हुए कहते हैं कि अगर वो न होते तो दालों की कीमत 350 रुपए होती। उन्होंने कहा कि दुर्भाग्यपूर्ण है कि प्रधानमंत्री इस बढ़ रही महंगाई के दौर में महंगाई कम करने की बजाय खुद का गुणगान कर रहे हैं।
सिहाग ने कहा कि सरकार द्वारा अब खादों पर दी जाने वाली सब्सिडी खत्म करने की आशंका है। उन्होंने कहा कि पहले जहां यूरिया का एक बैग 50 किलो का होता था वह अब घटाकर 45 किलो का कर दिया है पर कीमतों में कोई कमी नहीं की गई है।विधायक ने बताया कि यूरिया के बैग में नाइट्रोजन की मात्रा को 46 फ़ीसदी से घटाकर 37 फ़ीसदी कर दिया गया है और उसकी जगह 17 फ़ीसदी सल्फर डाल,उसे सल्फर लैक्टिक यूरिया बना दिया है। उन्होंने कहा कि जहां पहले प्रति एकड़ तीन बैग यूरिया के लगते थे अब वहां चार बैग यूरिया के लगेंगे और प्रति एकड़ एक बैग का अतिरिक्त बोझ किसानों पर पड़ेगा जिससे खेती में लागत बढ़ेगी।
अपने संबोधन में वरिष्ठ कांग्रेस नेता डॉ केवी सिंह ने कहा कि एक तरफ भारत सरकार बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा देती है,लेकिन मणिपुर में जो हालात बने हुए हैं उस पर माननीय प्रधानमंत्री ने न तो अभी तक शोक व्यक्त किया है और ना ही इस पर कोई निंदा का बयान दिया है। उन्होंने कहा कि दुर्भाग्यपूर्ण है कि देश की बेटियों के साथ अन्याय हो रहा है और प्रधानमंत्री अपनी चुप्पी नहीं तोड़ना चाहते।
डॉ सिंह ने कहा कि केंद्र और हरियाणा की भाजपा सरकार हर मोर्चे पर विफल हुई है और अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए तरह-तरह के ओछे हथकंडे अपना रही है। उन्होंने कहा कि हरियाणा में प्रत्येक वर्ग धरना प्रदर्शन कर अपनी मांगे सरकार के समक्ष रखने को मजबूर है, लेकिन सरकार हठधर्मिता अपनाते हुए उनकी और कोई ध्यान नहीं दे रही। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को मन की बात की जगह जन की बात सुननी चाहिए और आमजन को आ रही परेशानियों को देखते हुए जन हितेषी फैसले लेने चाहिए।
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