चौटाला में बिश्नोई समाज के लोगों ने श्री गुरु जंभेश्वर भगवान के शिक्षाओं पर चलते हुए एक नीलगाय के बच्चे को बचाया
डबवाली

गांव चौटाला में बिश्नोई समाज के लोगों ने श्री गुरु जंभेश्वर भगवान के शिक्षाओं पर चलते हुए एक नीलगाय के बच्चे को बचाया व रात भर उसकी देखभाल करने के उपरांत जीव रक्षा विभाग को सौंप दिया।जानकारी के मुताबिक सोमवार को गांव चौटाला में मदन गहलोत के खेत में एक नीलगाय (मादा रोज) ने बच्चे को जन्म दिया। लेकिन जब बाद में मादा रोज कहीं दिखाई नहीं दी तो बिश्नोई समाज के लोगों ने बच्चे की रात भर खेत में निगरानी की। पता चला कि मादा रोज कुत्तों का शिकार बन गई है। ऐसे में उसके न आने के कारण बच्चे को पुजारी सुभाष बावरा व खेत मालिक मदन गहलोत बिश्नोई मंदिर चौटाला में ले आए। पूरा दिन व पूरी रात सेवा करने के बाद जीव रक्षा विभाग डबवाली को सौंप दिया। मौके पर शिव कुमार खीचड़ सरकारी कर्मचारी भी मौजूद थे। यह जानकारी देते हुए अखिल भारतीय बिश्नोई जीव रक्षा सभा के प्रदेश अध्यक्ष इन्द्रजीत बिश्नोई ने कहा कि श्री गुरु जंभेश्वर भगवान के 29 नियमों में एक नियम जीव दया पालनी अर्थात जीवों पर दया करना भी है। बिश्नोई समाज के लोग उक्त नियम पर चलते हुए हमेशा जीवों की रक्षा करते आए हैं। उन्होंने बताया कि जीव रक्षा सभा के तहसील अध्यक्ष जीत राम पूनिया के नेतृत्व में चौटाला गांव के लोगों ने भी जीव रक्षा का परिचय दिया और नीलगाय के बच्चे को बचाकर हरियाणा जीव रक्षा के पदाधिकारियों को सौंप दिया।
No comments:
Post a Comment