नशे पर पूरी तरह अंकुश लगाने की मांग को लेकर सैंकडों की संख्या में चौटाला पहुंचकर धरने में हुए शामिल, बाजार रहे बंद
एसपी दीप्ति गर्ग ने धरना स्थल पर पहुंचकर की आंदोलनकारीयो से की बातचीत, कहा-नशा रोकने के लिए पुलिस कोई कसर नहीं छोड़ेगी
डबवाली-क्षेत्र में पांव पसार चुके नशे पर पूरी तरह अंकुश लगाने की मांग को लेकर गांव चौटाला में शुरु किए आंदोलन में आज सोमवार को सैंकडों की संख्या में लोग शामिल हुए। एकत्रित ग्रामीणों ने चौटाला पुलिस से थोड़ी दूरी पर बैठकर सुबह से लेकर शाम तक आंदोलन चलाया व नशे के खिलाफ आवाज बुलंद की। इस दौरान गांव चौटाला में बाजार भी पूरी तरह बंद रहे और दुकानदारों ने भी आंदोलन को पूरजोर समर्थन दिया। लोगो के रोष को देखते हुए दोपहर बाद स्वयं पुलिस अधीक्षक दीप्ति गर्ग ने धरना स्थल पर पहुंचकर लोगों से बात की और उनकी मांगें मानते हुए नशे को पूरी तरह से बंद करने का विश्वास दिलाया।गांव चौटाला में पुलिस चौकी के घेराव में शामिल होने के लिए सोमवार सुबह चौटाला गांव व आसपास अन्य गांवों के लोग जुटना शुरु हो गए थे। इस दौरान भारी पुलिस बल को चौटाला में तैनात कर दिया गया व चौकी तक जाने वाले रास्ते पर भी बैरिकेडिंग कर दी गई। करीब 10 बजे लोग पुलिस चौकी से थोड़ी दूरी पर टेंट लगाकर धरने पर बैठ गए व प्रदर्शन शुरु कर दिया। इस मौके पर अनेक वक्ताओं ने अपने विचार रखते हुए नशे के खिलाफ आवाज बुलंद की। किसान नेता राकेश फगोड़िया व अन्य लोगों ने कहा कि नशे पर रोक लगाने में पुलिस पूरी तरह से नाकाम साबित हुई है। नशे की दलदल में युवा पीढ़ी बर्बाद हो रही है। अनेक नौजवानों की जान नशे के कारण चली गई हैं और परिजन बेसहारा हो गए हैं। लेकिन शासन प्रशासन को इससे कोई फर्क ही नहीं पड़ता और अनदेखी के कारण नशा तंत्र ने डबवाली क्षेत्र में गहरी जड़ें जमा ली हैं। इसलिए अब लोगों का सड़कों पर उतरना मजबूरी बन गया है ताकि वे अपने बच्चों को नशे से बचा सकें। धरने के दौरान लोगों ने पुलिस, प्रशासन व सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
दोपहर को पुलिस अधीक्षक दीप्ति गर्ग धरना स्थल पर पहुंची व ग्रामीणों द्वारा बनाए गए 21 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल से बातचीत की। इस प्रतिनिधिमंडल में कामरेड राकेश फगोड़िया, दयाराम उलानिया, शिवचरण सरपंच गांव डबवाली, राजेश कुमार, सतबीर सहारण, कामरेड नत्थूराम भारुखेड़ा, संजय मिढ़ा, सुभाष बारूपाल, प्रेम सुख गोदारा, संतलाल, अवनी सिहाग, अजनीश कनेडी, रविंद्र सिंह, अश्विनी सहारण, सुशील गोयल, गुरचरण फौजी, राकेश, सर्वजीत व अन्य लोग शामिल थे। उन्होंने बताया कि सबसे पहले प्रदर्शनकारियों ने एसपी को ज्ञापन सौंपा व नशा माफिया की कमर पूरी तरह से तोड़ने की मांग उनसे की। किसान नेता राकेश फगोड़िया के मुताबिक विस्तृत चर्चा के बाद एसपी दीप्ति गर्ग ने ग्रामीणों की मांगें मानने का आश्वासन दिया। उन्होंने विश्वास दिलाया कि नशे पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस चौकी से अलग एक टीम को चौटाला में तैनात किया जाएगा। यह टीम यहां गश्त करती रहेगी और नशा बेचने वालों पर लगातार प्रहार करेगी। उन्होंने कहा कि नशे को रोकने के लिए पुलिस पूरी तरह से लोगों की साथ खड़ी है और नशा रोकने का पूरा प्रयास लोगों के सहयोग से किया जाएगा। नशा बेचने वालों के बारे में पुलिस को सूचना दें ताकि उन पर सख्त कार्रवाई हो सके। नशा करने वाले युवाओं के इलाज का भी प्रबंध किया जाएगा ताकि वे नशा छोड़कर मुख्य धारा में शामिल हो सकें।
इसके बाद करीब 4:30 बजे ग्रामीणों ने अपना धरना समाप्त कर दिया। राकेश फगोड़िया व अन्य ने कहा कि आंदोलन को फिलहाल स्थगित कर दिया गया है। नशा रोकने के लिए पुलिस द्वारा उठाए गए कदमों की 20-25 दिन बाद फिर से समीक्षा की जाएगी। ग्रामीण इसी धरना स्थल पर जुटेंगे और पूर्ण रूप से चिट्टा, ड्रग्स, मेडिकल नशे पर प्रतिबंध नहीं लगा तो आगामी रणनीति बनाकर आर पार का संघर्ष होगा।
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