श्री अखंड ज्योत सलासर हनुमान मंदिर में श्री बाला जी के परम भक्त स्व. ओम बाबा की प्रतिमा स्थापित
अखंड ज्योत के 49 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में मैहता परिवार ने मंदिर में करवाई श्री बाला जी की चौकी

डबवाली
श्री अखंड ज्योति सालासर हनुमान मंदिर में श्री बाला जी के परम भक्त स्व. ओम बाबा की प्रतिमा स्थापित की गई है। बाबा के परिजनों ने पुजारी प. बलदेव शास्त्री से श्री बाला जी व अन्य देवी देवताओं का पूजन करवाने उपरांत प्रतिमा अनावरण किया। स्व. ओम बाबा जी के पुत्र भजन मैहता व हैप्पी मैहता ने बताया कि यह प्रतिमा परिवार की ओर से स्थापित करवाई गई है। उन्होंने बताया कि मंदिर में जिस स्थान पर बैठकर अक्सर बाबा जी पूजा पाठ करते थे और भक्तों को मिलते थे, ठीक उसी जगह पर बाबा जी के बैठने की मुद्रा में उनकी प्रतिमा लगाई गई है।
इसके बाद रात्रि को मंदिर में प्रज्वलित अखंड ज्योत को श्री सालासर धाम से डबवाली लाए 49 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में मैहता परिवार द्वारा श्री बाला जी की चौकी करवाई गई। इस मौके पर जयपुर के कारीगरों द्वारा बनाई गई जीवंत प्रतिमा मंदिर में बाबा जी के होने का एहसास करा रही थी। चौकी में श्री बाला जी पैदल यात्रा संघ द्वारा श्री बाला जी महाराज का गुणगान किया गया। भजन गायकों ने रात्रि 12 बजे तक श्री बाला जी के सुंदर भजन सुनाए, तत्पश्चात श्री हनुमान चालीसा के पाठ के साथ चौकी का समापन हुआ। इस मौके पर भजन गायक सुभाष मिढ़ा, जय राम वधवा, पंकज मिढ़ा, मनीष चुघ, निर्मल कामरा, सोनू सिंगला, गौतम सेठी ने भजन सुनाने के साथ-साथ श्री बाला जी के भक्त ओम बाबा जी द्वारा किए उल्लेखनीय कार्यों को भी याद किया। उन्होंने बताया कि वर्ष 1975 में मंदिर के सेवक ओम बाबा पैदल श्री सालासर धाम जाकर अखंड ज्योत डबवाली लेकर आए थे। उस समय राजस्थान के टिब्बों के बीच सालासर धाम तक पहुंचने का रास्ता बड़ा दुर्गम था लेकिन श्री बाला जी ने उन्हें शक्ति दी जिससे अखंड ज्योत डबवाली लाने का उनका सपना साकार हो सका। 29 जुलाई 1975 को अखंड ज्योत सालासर डबवाली पहुंची थी जिसे पहले पुराने हनुमान मंदिर में रखा गया व बाद में स्व. ओम बाबा ने इलाकावासियों के सहयोग से श्री अखंड ज्योत सालासर हनुमान मंदिर का निर्माण करवा कर अखंड ज्योत को वहां स्थापित कर दिया। तभी से मंदिर में सालासर धाम से लाई गई यह अखंड ज्योत लगातार प्रज्वलित हो रही है। इस अवसर पर भारत विकास परिषद के प्रांतीय पदाधिकारी सतपाल जग्गा, गुरदित्त दुरेजा एडवोकेट, आशीष मैहता, लवली मैहता, राम किशन मैहता, अमृतपाल बांसल सहित श्री बाला जी पैदल यात्रा संघ, श्री मेहंदीपुर हनुमत सेवा ट्रस्ट , श्री पीरखाना सेवा समिति के सदस्यों ने आयोजन में पूर्ण सहयोग किया।
No comments:
Post a Comment