नुहियांवाली में दिग्विजय सिंह चौटाला के नेतृत्व में हुई बंपर जॉइनिंग,रात्रि विश्राम और जलपान कार्यक्रमों के दौरान कांग्रेस बीजेपी और इनेलो छोड़ जेजेपी में शामिल हुए दर्जनों परिवार

डबवाली 20 सितम्बर जजपा और आसपा (काशीराम) गठबंधन के संयुक्त प्रत्याशी दिग्विजय सिंह चौटाला ने विधानसभा डबवाली में ज्वाइनिंगों की ऐसी लहर चलाई है कि यह सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा।
चाहे दिन हो या रात सैकड़ो की संख्या में लोगों ने दिग्विजय चौटाला पर विश्वास जिताते हुए समर्थन दिया और कांग्रेस इनेलो व बीजेपी को नकारकर जननायक जनता पार्टी को चुना है। इस कड़ी के तहत गत रात गांव नुहियांवाली में दिग्विजय चौटाला के देर रात तक चले कार्यक्रमों के दौरान उन्होंने गांव नुहियांवाली में रात्रि विश्राम किया और कालूराम दहिया के घर जलपान किया। इस मौके पर दिग्विजय सिंह चौटाला के साथ माता व बहनों ने अपने बेटे अपने भाई की तरह प्यार बांटा और उन्हें गीत सुनाए। वहीं इस मौके पर जेजेपी के कारवां को बढ़ाते हुए नुहियांवाली गांव के भूपराम गोदारा ने कांग्रेस पार्टी छोड़कर, मोनू यादव, बलदेव यादव, महेन्द्र सिंह ने बीजेपी पार्टी छोड़कर और राजेन्द्र सिंह ने इनलो पार्टी छोड़कर, कालूराम दहिया, दिनेश दहिया, सतपाल दहिया, जसाराम दहिया ने कांग्रेस पार्टी छोड़कर जेजेपी का दामन थामा।

गांव नुहियांवाली में दिग्विजय सिंह चौटाला ने ग्रामीणों को आ रही समस्याओं का किया निवारण

वहीं दिग्विजय सिंह चौटाला ने गांव नुहियांवाली में रात्रि विश्राम उपरांत सुबह 6 बजे ही ग्रामीणों से मुलाकात कर उनका हाल जाना और गांव की गौशाला में जाकर गौ सेवा की और ग्राउंड में खिलाड़ियों के साथ मुलाकात कर उनका हौसला बढ़ाया। उन्होंने गौशाला में आ रही समस्याओं का समाधान किया, गांव के लोगों को आ रही समस्याओं का निवारण किया। उन्होंने नुहियांवाली गांव में बड़ी जनसभा को संबोधित कर ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि आपके सभी विकास कार्यों का जिम्मा आप मुझे दें और जेजेपी को मतदान करें, आपके सभी कार्य प्राथमिकता के आधार पर पूरे होंगे। वहीं इस मौके पर अथाह प्यार,समर्थन, आशीर्वाद उन्हें मिला और ग्रामीणों ने कांग्रेस बीजेपी और इनेलो को अलविदा कह जेजेपी का दामन थाम जेजेपी के कारवां को और बढ़ाया व मजबूती प्रदान की।

No comments:

IMPORTANT-------ATTENTION -- PLEASE

क्या डबवाली में BJP की इस गलती को नजर अंदाज किया जा सकता है,आखिर प्रशासन ने क्यों नहीं की कार्रवाई