डॉ. कलाम की जीवन यात्रा बेहद प्रेरणादायक है-अखबार बेचने से लेकर देश के प्रथम नागरिक बनने तक का सफर उन्होंने अपने अदम्य साहस और धैर्य से तय किया- आचार्य रमेश सचदेवा
डबवाली, 15 अक्टूबर 2024:
डॉ. अवुल पकिर जैनुलाब्दीन अब्दुल कलाम, जिन्हें बच्चे 'अंकल कलाम' और बड़े 'कलाम साहब' के नाम से जानते हैं, एक ऐसे व्यक्तित्व हैं जो हर उम्र के लोगों के लिए प्रेरणा बने हुए हैं। भारत के पूर्व राष्ट्रपति और 'मिसाइल मैन' के रूप में प्रसिद्ध डॉ. कलाम को भारत रत्न, पद्म विभूषण और वीर सावरकर जैसे अनेकों पुरस्कारों से सम्मानित किया गया। उनकी पहचान एक 'पीपल्स प्रेसिडेंट' के रूप में भी कायम रही। डॉ. कलाम की जीवन यात्रा बेहद प्रेरणादायक है— अखबार बेचने से लेकर देश के प्रथम नागरिक बनने तक का सफर उन्होंने अपने अदम्य साहस और धैर्य से तय किया।
यह विचार एजूसटेप फाउंडेशन के निदेशक आचार्य रमेश सचदेवा ने गॉडविन इंटरनेशनल स्कूल, गोरिवाला में डॉ. कलाम के जन्मदिन पर आयोजित विश्व विद्यार्थी दिवस कार्यक्रम के अवसर पर विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होंने कहा, "कलाम साहब का जीवन किसी ऊर्जा के समान है। उनका संदेश आज भी हम सभी के लिए प्रासंगिक है। हम अपना भविष्य नहीं बदल सकते, लेकिन अपनी आदतें जरूर बदल सकते हैं, और यही आदतें हमारे भविष्य का निर्धारण करती हैं।"
कार्यक्रम की शुरुआत स्कूल के प्रिंसिपल सुभाष कुलड़िया ने डॉ. कलाम के चित्र पर माल्यार्पण कर की। उन्होंने डॉ. कलाम के साधारण जीवन और उनके असाधारण कार्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि सीमित संसाधनों में रहते हुए भी कलाम साहब ने अपने महान विचारों और कार्यों के बल पर भारत को परमाणु शक्ति संपन्न और रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने में अहम योगदान दिया।
विद्यालय की वाइस प्रिंसिपल विमला कौशिक ने भी बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि हमें डॉ. कलाम के जीवन से प्रेरणा लेकर आगे बढ़ना चाहिए और अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए निरंतर प्रयास करते रहना चाहिए।
आचार्य रमेश सचदेवा ने जानकारी दी कि आगामी 23 अक्टूबर को विद्यालय के कक्षा 6 से 10 तक के प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को माइमएनएम एजू स्टेप फाउंडेशन द्वारा डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम मिशन एंड विजन अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा। इसके साथ ही, बच्चों और अभिभावकों को पढ़ाई को खेल-खेल में और याद रखने की अनूठी विधाओं से अवगत करवाया जाएगा। संस्था देशभर में डॉ. कलाम के मिशन 2020 को आगे बढ़ा रही है और लगभग 10,000 स्कूलों के विद्यार्थियों तक उनके संदेश को पहुंचाने का कार्य कर रही है।
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