डबवाली में नशा तस्करों पर शिकंजा: रैम्बो और शेरु करेंगे हर नाके पर निगरानी
डबवाली, 10 नवंबर 2024:हरियाणा में नशा तस्करों की गतिविधियों पर नियंत्रण के लिए डबवाली पुलिस ने नए कदम उठाए हैं। पुलिस अधीक्षक सिद्धांत जैन के मार्गदर्शन में डबवाली पुलिस अब नशा तस्करों पर नजर रखने के लिए डॉग स्क्वायड ‘रैम्बो’ और ‘शेरु’ की सहायता लेगी। यह दोनों लैब्राडोर नस्ल के खोजी कुत्ते हर नाके और चौक-चौराहे पर तैनात रहेंगे और मादक पदार्थों की तस्करी रोकने में मदद करेंगे।
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि पंचकूला में स्थित राष्ट्रीय स्वान प्रशिक्षण केंद्र में रैम्बो और शेरु को विशेष प्रशिक्षण दिया गया है। इस प्रशिक्षण में उन्हें गाड़ियों, इमारतों, लगेज, और जमीन में छिपे नशीले पदार्थों को सूंघकर पहचानने की तकनीक सिखाई गई है। यह कुत्ते पूरी तरह से नारकोटिक्स की पहचान करने के लिए प्रशिक्षित हैं और तस्करी रोकने में पुलिस की सहायता करेंगे।
नशा तस्करी छोड़ें या डबवाली छोड़ें: पुलिस अधीक्षक
पुलिस अधीक्षक सिद्धांत जैन ने स्पष्ट संदेश दिया है कि डबवाली में नशा बेचने वालों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा, "नशा तस्करी करने वाले या तो अपना धंधा छोड़ दें, या डबवाली छोड़ दें।" पुलिस का उद्देश्य है कि आम जनता को एक सुरक्षित वातावरण मिल सके और डबवाली को नशामुक्त क्षेत्र बनाया जाए।
विशेष प्रशिक्षण और देखरेख
रैम्बो और शेरु की देखभाल के लिए मिनिस्ट्री ऑफ होम अफेयर्स के निर्देशों का पालन करते हुए विशेष डाइट दी जाती है। इनकी हैंडलिंग के लिए मुख्य सिपाही सतबीर, सिपाही दीपक और सहायक डॉग हैंडलर जरनैल सिंह को विशेष रूप से प्रशिक्षित किया गया है। इन हैंडलरों को भी हर छह महीने में आईटीबीपी पचंकुला में स्पेशल ट्रेनिंग दी जाती है ताकि वे इन कुत्तों को बेहतर तरीके से निर्देशित कर सकें।
डबवाली पुलिस का यह कदम न केवल नशा तस्करी पर रोक लगाने का प्रयास है बल्कि जनता में सुरक्षा की भावना को भी मजबूत करता है। डॉग स्क्वायड की उपस्थिति से न केवल नशे के सौदागरों पर कड़ी नजर रखी जाएगी बल्कि आम लोगों को भी सुरक्षा का भरोसा मिलेगा।
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