श्री कृष्ण गऊशाला सक्ताखेड़ा में आगामी 25 दिसम्बर से 31 दिसम्बर तक होगी श्री धेनु मानस गौ कथा,भव्य तरीके से किया जाएगा कथा समारोह का आयोजन, गौशला में श्री कृष्ण भगवान के मन्दिर का शिलान्यास सोमवार को
डबवाली-श्री कृष्ण गऊशाला सक्ताखेड़ा में आगामी 25 दिसम्बर से 31 दिसम्बर तक श्री धेनु मानस गौ कथा का आयोजन होने जा रहा है। कथावाचक बिश्नोई आश्रम हरिद्वार के महन्त स्वामी राजेन्द्रानंद जी महाराज अपने श्री मुख से कथा सुना कर श्रद्धालुओं को निहाल करेंगे। साखी सम्राट स्वामी सुखदेव मुनि जी सांचौर से आएंगे व सुंदर साखियां व भजन सुनाएंगे। कथा समारोह की तैयारियों में गऊशाला अध्यक्ष अमर सिंह धारणिया, गऊशाला के सचिव इन्द्रजीत बिश्नोई, सुधीर कुमार धारणिया, विक्रम जीत धारणिया, अजनीश कुमार धारणिया, देवीलाल धारणिया, राजू धारणिया, राजेश कुमार धारणिया, अरविंद धारणिया, देवेंद्र तरड, छोटू राम रोहज, इन्द्र कुमार रोहज, सुशील कुमार खीचड़ सहित सक्ताखेड़ा गांव के काफी लोग जुटे हुए हैं।
इस संबंध में गऊशाला सचिव इन्द्रजीत बिश्नोई ने बताया कि कथा समारोह का आयोजन भव्य तरीके से किया जाएगा व हर रोज राजनीतिक लोगों के साथ-साथ सामाजिक धार्मिक लोगों को कथा में शामिल होने का निमंत्रण दिया जाएगा। गांव की सभी संस्थाए जैसे गुरूद्वारा साहिब कमेटी, मंदिर कमेटी के पदाधिकारी, डबवाली शहर की सभी संस्थाए, डबवाली इलाके के सभी गांवों के बिश्नोई मन्दिरों के अध्यक्ष, गऊशाला के अध्यक्षों व हरियाणा पंजाब, राजस्थान के अन्य इलाकों से भी समाजसेवी लोगों को बुलाया जा रहा है। डबवाली इलाके के सभी गांवों में कथा श्रोताओं के लिए बस की सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी।
उन्होंने बताया कि सोमवार, 2 दिसम्बर को श्री कृष्ण गौशाला में श्री कृष्ण भगवान के मन्दिर का शिलान्यास पूर्व विधायक वयोवृद्ध श्री सही राम धारणिया के कर कमलों से स्वामी विवेकानंद जी की गरिमामयी उपस्थिति में सुबह 9:15 बजे पूरे गांव के विशेष सहयोग से किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि माता हरकी देवी कन्या महाविद्यालय ओढ़ां की तरफ से गऊशाला की चारदीवारी व आसपास के घरों की दीवारों पर गौसेवा व गौरक्षा से संबंधित स्लोगन लिखवाए भी जा रहे हैं। जैसे गुरु जम्भेश्वर भगवान द्वारा उच्चरित शब्द वाणी में बताया गया है कि बेचारी गाय घास आदि चर फिर कर आती है, सहज में अमृतमयी दूध देती है, उस दूध से स्वादिष्ट खीर आदि बनाते हो लेकिन जरा भी दया न करके उसके गले पर करद छुरी चलाते हो, मारते हो, हत्या करते हो। जरा सोचो कितना जघन्य अपराध करते हो। गाय पर हमेशा दया करनी चाहिए व गाय की सेवा करनी चाहिए।
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