डबवाली को जिला बनाने की मांग पर सिहाग ने सरकार पर साधा निशाना,सभी मानकों पर खरा उतरता है डबवाली,पिछली सरकार में दी थी सिफारिशें,मौजूदा सरकार पर लगाए सवाल
डबवाली,--पूर्व विधायक अमित सिहाग ने डबवाली को जिला बनाए जाने की मांग पर सरकार की उदासीनता पर नाराजगी जताई है। हरियाणा में नए जिले बनाने के लिए गठित कमेटी के अध्यक्ष कृष्ण लाल पवार द्वारा डबवाली के लिए कोई प्रस्ताव न आने के बयान पर सिहाग ने हैरानी प्रकट की है।
अमित सिहाग ने कहा कि 2019 से 2024 तक भाजपा सरकार के दौरान उन्होंने कई बार डबवाली को जिला बनाने की मांग उठाई। उन्होंने तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से मुलाकात कर, विधानसभा में तीन बार यह मुद्दा रखा। इसके परिणामस्वरूप डबवाली को पुलिस जिला तो घोषित किया गया, लेकिन इसे पूर्ण जिला बनाने का वादा अधूरा ही रह गया।
सभी मानकों पर खरा उतरता है डबवाली
सिहाग ने बताया कि डबवाली की जिला मुख्यालय से दूरी 60 किलोमीटर और गांव चौटाला से 90 किलोमीटर है, जिससे लोगों को रोजमर्रा के कार्यों के लिए कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। डबवाली राजस्थान और पंजाब की सीमा से सटा होने के कारण नशा और अपराध जैसी समस्याओं से जूझ रहा है। उन्होंने कहा कि डबवाली आबादी, क्षेत्रफल, मतदाताओं की संख्या और प्रशासनिक मापदंडों पर खरा उतरता है।
पिछली सरकार में दी थी सिफारिशें
सिहाग ने बताया कि उन्होंने पूर्व में हरियाणा में नए जिले बनाने वाली कमेटी के अध्यक्ष और सदस्यों को सभी तथ्य और ज्ञापन सौंपे थे। उस समय कमेटी के सदस्यों ने आश्वासन दिया था, लेकिन चुनावी आचार संहिता के चलते प्रक्रिया थम गई।
मौजूदा सरकार पर लगाए सवाल
सिहाग ने कहा कि वर्तमान कमेटी में केवल सदस्य बदले हैं, सचिव वही हैं। अगर सरकार की मंशा सही है, तो उनके दिए गए प्रस्तावों के आधार पर डबवाली को जिला घोषित किया जाए। उन्होंने कहा कि यह डबवाली के विकास और अपराध पर लगाम के लिए बेहद जरूरी है।
सिहाग ने सरकार से आग्रह किया कि डबवाली को जिला बनाकर यहां के नागरिकों की वर्षों पुरानी मांग को पूरा किया जाए।
अमित सिहाग ने कहा कि 2019 से 2024 तक भाजपा सरकार के दौरान उन्होंने कई बार डबवाली को जिला बनाने की मांग उठाई। उन्होंने तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से मुलाकात कर, विधानसभा में तीन बार यह मुद्दा रखा। इसके परिणामस्वरूप डबवाली को पुलिस जिला तो घोषित किया गया, लेकिन इसे पूर्ण जिला बनाने का वादा अधूरा ही रह गया।
सभी मानकों पर खरा उतरता है डबवाली
सिहाग ने बताया कि डबवाली की जिला मुख्यालय से दूरी 60 किलोमीटर और गांव चौटाला से 90 किलोमीटर है, जिससे लोगों को रोजमर्रा के कार्यों के लिए कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। डबवाली राजस्थान और पंजाब की सीमा से सटा होने के कारण नशा और अपराध जैसी समस्याओं से जूझ रहा है। उन्होंने कहा कि डबवाली आबादी, क्षेत्रफल, मतदाताओं की संख्या और प्रशासनिक मापदंडों पर खरा उतरता है।
पिछली सरकार में दी थी सिफारिशें
सिहाग ने बताया कि उन्होंने पूर्व में हरियाणा में नए जिले बनाने वाली कमेटी के अध्यक्ष और सदस्यों को सभी तथ्य और ज्ञापन सौंपे थे। उस समय कमेटी के सदस्यों ने आश्वासन दिया था, लेकिन चुनावी आचार संहिता के चलते प्रक्रिया थम गई।
मौजूदा सरकार पर लगाए सवाल
सिहाग ने कहा कि वर्तमान कमेटी में केवल सदस्य बदले हैं, सचिव वही हैं। अगर सरकार की मंशा सही है, तो उनके दिए गए प्रस्तावों के आधार पर डबवाली को जिला घोषित किया जाए। उन्होंने कहा कि यह डबवाली के विकास और अपराध पर लगाम के लिए बेहद जरूरी है।
सिहाग ने सरकार से आग्रह किया कि डबवाली को जिला बनाकर यहां के नागरिकों की वर्षों पुरानी मांग को पूरा किया जाए।
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