डबवाली में नगर परिषद पर सवालों की बौछार तीसरे दिन भी कांग्रेस पार्षदों ने खोली सफाई शाखा की पोल
डबवाली - नगर परिषद डबवाली की सफाई व्यवस्था पर लगातार तीसरे दिन कांग्रेस समर्थित पार्षदों ने सवाल उठाए। पार्षदों ने सफाई शाखा की कार्यप्रणाली का खुलासा करते हुए दावा किया कि आज भी सिर्फ 31 कर्मचारी मौजूद थे, जबकि सफाई निरीक्षक नदारद रहा। दरोगा रजिस्टर लेकर तो आया, लेकिन उसे किसी को दिखाने से इनकार कर दिया। पार्षदों का आरोप है कि कच्चे कागज पर 46 कर्मचारियों के नाम दर्ज कर दिए गए।
4 महीने से झाड़ू तक नहीं मिली!
पार्षदों ने बताया कि सफाई कर्मचारियों से बातचीत में पता चला कि वे अपने अधिकारों के लिए लड़ाई चाहते हैं, लेकिन उनकी मांगें अनसुनी हो रही हैं। कर्मचारियों का कहना है कि उन्हें चार महीने से झाड़ू तक नहीं मिली, न ही रेहड़ी उपलब्ध करवाई गई। ठेकेदार जरूरी सामान नहीं दे रहा, जिससे सफाई कर्मचारियों को अपनी तनख्वाह से झाड़ू खरीदनी पड़ रही है।
आज पार्षद सुमित अनेजा, मधु बागड़ी, राकेश बब्बर, दीपक बाबा, भारती और अरुण गर्ग मौके पर मौजूद रहे। पार्षदों का कहना है कि आज भी रजिस्टर की फोटो खींचने नहीं दी गई।
अब सवाल यह कि…
अगर ठेकेदार सफाई का जरूरी सामान नहीं दे रहा तो सफाई आखिर हो कैसे रही है?
₹7000 मासिक वेतन पाने वाले कर्मचारी खुद अपने पैसे से झाड़ू और अन्य सामान क्यों खरीदेंगे?
नगर परिषद अधिकारी और चेयरमैन इस पूरे मामले पर चुप्पी साधे हुए हैं। अब उन्हें इस मुद्दे पर जवाब देना ही होगा, ताकि सच्चाई जनता के सामने आ सके। उनकी चुप्पी ही उन्हें शक के घेरे में खड़ा कर रही है।
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