विख्यात समाजसेवी प्रेम चंद जैन का निधन, वैश्य समाज समेत कई संस्थाओं ने व्यक्त किया शोक
डबवाली– हरियाणा के प्रतिष्ठित समाजसेवी और श्रेष्ठ श्रावक रत्न सम्मानित प्रेम चंद जैन का 80 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उनके निधन पर अंतर्राष्ट्रीय वैश्य महासम्मेलन, अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन सहित उत्तर भारत की कई धार्मिक, सामाजिक और राजनीतिक संस्थाओं ने गहरा शोक व्यक्त किया है।
समाजसेवा को समर्पित जीवन
प्रेम चंद जैन का जन्म 13 जनवरी 1945 को सोनीपत के गांव बुसाणा में हुआ था। सादगी, ईमानदारी और सेवा भाव से भरपूर उनका जीवन गरीबों, जरुरतमंदों और गौसेवा को समर्पित रहा। उनके निधन से समाज ने एक सच्चा कर्मयोगी खो दिया है।
जैन परिवार का संकल्प
लुधियाना के प्रतिष्ठान श्रमण जैन स्वीट्स के मालिक विपिन जैन समेत पूरे जैन परिवार ने संकल्प लिया है कि वे प्रेम चंद जैन द्वारा दिखाए गए मार्ग पर चलेंगे और उनके सामाजिक कार्यों को आगे बढ़ाएंगे।
अंतर्राष्ट्रीय वैश्य महासम्मेलन पंजाब के चेयरमैन घनश्याम कांसल, वरिष्ठ उपाध्यक्ष डॉ. संजीव गोयल, उपाध्यक्ष सौरभ गर्ग, महामंत्री हरकेश मित्तल, प्रवक्ता सुमेर चंद जैन, राष्ट्रीय संरक्षक सदस्य शाम लाल जिंदल गंगा, प्रीतम बांसल सहित विभिन्न संगठनों ने शोक संवेदनाएं व्यक्त की हैं।
समाजसेवा की विरासत बनी रहेगी जीवित
स्वर्गीय प्रेम चंद जैन के आदर्शों को जीवित रखने का संकल्प उनके परिवार और अनुयायियों ने लिया है। यही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
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