शंभू बॉर्डर पर किसानों का धरना हटा! पर्दे के पीछे के 3 बड़े कारण, जानिए अंदर की बात

पंजाब पुलिस की अचानक कार्रवाई से उठा सवाल—आखिर क्यों हटाए गए किसान?

शंभू बॉर्डर और खनौरी बॉर्डर पर एक साल से डटे किसानों का धरना अब इतिहास बन चुका है। पंजाब पुलिस ने 13 महीने बाद अचानक एक्शन लेते हुए धरनास्थल पर बुलडोजर चला दिया और प्रदर्शनकारियों को हटा दिया। सवाल ये उठता है कि आखिर इतनी देर बाद ये सख्त कदम क्यों उठाया गया? सरकार ने आखिर किन वजहों से बॉर्डर को खुलवाने के लिए इतनी बड़ी कार्रवाई की?

आइए जानते हैं इस कार्रवाई के 3 बड़े कारण, जो पर्दे के पीछे की पूरी कहानी बयां करते हैं।

1. अरविंद केजरीवाल का पंजाब दौरा—धरने से बिगड़ सकता था माहौल!

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल इस हफ्ते पंजाब दौरे पर थे। ऐसे में सरकार नहीं चाहती थी कि किसानों के धरने का असर उनके दौरे पर पड़े या कोई नया विवाद खड़ा हो। पिछले एक साल से शंभू और खनौरी बॉर्डर पर किसानों का प्रदर्शन जारी था, जिससे आम जनता और प्रशासन को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। दौरे से पहले सरकार ने धरना खत्म करवाने का फैसला लिया, ताकि किसी भी तरह की अप्रिय स्थिति से बचा जा सके।

2. लुधियाना के उद्योगपतियों का दबाव—बंद बॉर्डर से ठप हुआ व्यापार!

किसानों के धरने के कारण पंजाब के उद्योगों को बड़ा झटका लग रहा था। खासकर लुधियाना के बड़े कारोबारियों ने सरकार पर लगातार दबाव बनाया कि बॉर्डर को जल्द से जल्द खुलवाया जाए। ट्रकों की आवाजाही बंद होने से सप्लाई चेन प्रभावित हो रही थी, जिससे आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा था। लंबे समय से उद्योगपतियों की यह मांग सरकार के लिए सिरदर्द बनी हुई थी, और अंततः प्रशासन ने कार्रवाई करने का फैसला लिया।

3. लुधियाना उपचुनाव—कहीं वोटों पर न पड़ जाए असर!

इस पूरी कार्रवाई के पीछे लुधियाना उपचुनाव भी एक अहम वजह मानी जा रही है। किसानों का विरोध प्रदर्शन मतदाताओं के मूड पर असर डाल सकता था, जिससे राजनीतिक समीकरण बिगड़ सकते थे। सरकार कोई जोखिम नहीं लेना चाहती थी, इसलिए चुनाव से पहले ही धरना खत्म करवाने के लिए सख्त कदम उठाया गया।

रातों-रात चली जेसीबी, हटाया गया धरना—अब बॉर्डर हुआ साफ!

सरकार ने इस पूरे अभियान को बेहद तेजी और गोपनीयता के साथ अंजाम दिया। रातों-रात बुलडोजर चले, टेंट उखाड़े गए और धरना स्थल पूरी तरह खाली करा दिया गया। अब 13 महीने बाद शंभू बॉर्डर और खनौरी बॉर्डर पूरी तरह से यातायात के लिए खोल दिए गए हैं। लेकिन क्या किसान इतने आसानी से पीछे हट जाएंगे? या फिर किसी नई रणनीति के साथ लौटेंगे? इसका जवाब आने वाले दिनों में मिलेगा!

No comments:

IMPORTANT-------ATTENTION -- PLEASE

क्या डबवाली में BJP की इस गलती को नजर अंदाज किया जा सकता है,आखिर प्रशासन ने क्यों नहीं की कार्रवाई