पति पत्नी के संबंध में प्रगाढ़ता तभी आएगी जब उनमें प्यार और एक दूसरे के प्रति समर्पण की भावना होगी: सुदक्षा जी महाराज
जैन स्थानक में विराजमान हैं महासाध्वी सुदक्षा जी महाराज ठाणे-5, प्रवचनों से श्रावक हो रहे निहाल
डबवाली-जैन स्थानक में विराजमान जैन महासाध्वी सुदक्षा जी महाराज ठाणे-5 ने शुक्रवार सुबह प्रवचन करते हुए पति-पत्नी के संबंधों के बारे में विस्तार से समझाते हुए कहा कि पति-पत्नी एक दूसरे के बिना अधूरे हैं।बेशक पति पत्नी को एक दूसरे से शिकायतें रहती हैं और उनमें झगड़े भी होते हैं लेकिन परस्पर समर्पण भाव व घर की जिम्मेदारियों के समक्ष तमाम शिकायतें व नाराजगियां छोटी पड़ जाती है। शादी सामाजिक जीवन की आधारशिला है। इसमें पति पत्नी को जीवन भर का साथ निभाना होता है इसलिए उन्हें समय बीतने के साथ ही खुद को परिस्थितियों के अनुरूप ढ़ाल लेना चाहिए ताकि जीवन की गाड़ी बेहतरीन ढंग से चले। पति का दायित्व है कि वो अपनी पत्नी का पूरा ख्याल रखे और पत्नी का दायित्व है कि वह पूरे घर को संभाले और दोनों ही एक दूसरे से जुड़े रिश्तों को सम्मान दें। उन्होंने समझाया कि पति पत्नी के संबंध में प्रगाढ़ता तभी आएगी जब उनमें प्यार और एक दूसरे की भावनाओं की समझ होगी। पति पत्नी को यह कभी नहीं सोचना चाहिए कि हम दूसरे को अपने मनचाहे सांचे में ढ़ाल लेंगे क्यांकि इसी भाव के कारण घरों में विवाद बढ़ते जाते हैं। वास्तव में यदि हमें सुखी रहना है तो एक दूसरे की कमियों को स्वीकारते हुए जीवन जीने में ही समझदारी है। कितना भी झगड़ा हो जाए, कितनी भी कड़वी बात हो लेकिन एक दूसरे को माफ कर देना चाहिए ताकि रिश्ते में कड़वाहट बढ़ने ही न पाए।
जैन सभा के प्रधान सुभाष जैन पप्पी व महामंत्री राजेश जैन ने बताया कि जैन स्थानक में प्रतिदिन सुबह 8:25 बजे से 9:30 बजे तक महासाध्वी सुदक्षा जी महाराज ठाणे-5 के प्रवचन होते हैं। उन्होंने श्रद्धालुओं से अधिक से अधिक संख्या में पहुंचकर धर्म लाभ उठाने की अपील की। अंत में हरिश्चन्द्र उर्फ हैप्पी गर्ग व रिंकल गर्ग ने प्रवचन उपरांत अपनी 25वीं वैवाहिक सालगिरह की खुशी में सभी के लिए गौतम प्रसादी(लंगर) की व्यवस्था करवाई।
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